कष्ट हरो नंदलाल |
कष्ट हरो नंदलाल |
अब हर घर मथुरा जह कंस विराजे
तोहसे कछु कबहूँ ना छुपे रखपाल
अब पीर परत है भारी निष् दिन कछु तो करो ख्याल
कष्ट हरो नंदलाल ,अब कष्ट हरो नंदलाल
चील गिद्ध यहा सब स्वक्च्न्द हैं पहन मनुष्य कि खाल
अब कष्ट हरो नंदलाल | ~ तरुण
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